वेलेंटाइन डे के अवसर पर जे. बी. नगर मुंबई में चार भावनाओं (अनित्य, अशरण, संसार, एकत्व) के संदर्भ में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रेम और वैराग्य की कंट्रोवर्सी को समझने में इसे एक महत्वपूर्ण प्रयोग के रूप में देखा गया।
डॉ. मुनि अभिजीत कुमार जी के सान्निध्य में आयोजित इस कार्यशाला में पीयूष नाहटा मुख्य वक्ता के रूप में अपनी प्रस्तुति दे रहे थे।